जोधपूरिया ग्राम सेवा सहकारी समिति को खरीद केंद्र बनाने मांग -आज जोधपुरिया गांव में किसान महापंचायत युवा प्रदेशाध्यक्ष रामेश्वर प्रसाद चौधरी, ब्लॉक अध्यक्ष निवाई दशरथ सिंह चौहान के नेतृत्व में किसान महापंचायत का आयोजन हुआ। किसान महापंचायत निवाई उपाध्यक्ष बद्री लाल गुर्जर ने बताया कि सैकड़ो की संख्या में उपस्थित किसानों ने जोधपुरिया ग्राम सेवा सहकारी समिति को खरीद केंद्र में विकसित करने की मांग की तथा 1 मार्च से 15 मार्च तक ₹6000 से काम में सरसों नहीं बचने का भी संकल्प लिया।
किसान महापंचायत द्वारा 23 दिसंबर को किसान दिवस के दिन जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंप कर टोंक जिले में 17 खरीद केंद्रो की मांग की थी। 2 माह निकलनें के उपरांत भी किसी भी खरीद केंद्र को खोलने की जानकारी प्राप्त नहीं होने के कारण किसान मे आक्रोश है।
2 करोड रुपए का ऋण वितरण करने वाली सहकारी समिति को भी खरीद केंद्र नहीं बनाया जा रहा है।
खरीद केंद्र खोलने की जानकारी उप रजिस्ट्रार सहकारी समिति टोंक से भी नहीं मिल पा रही है। उप रजिस्ट्रार सहकारी समितियां टोंक को बार-बार फ़ोन करने के उपरांत भी फोन नहीं उठाया जा रहा है । जिसके कारण किसानों में आक्रोश है।
जोधपुरिया के किसानों ने तय किया है कि यदि खरीद केंद्र नहीं खोला गया तो ग्राम सेवा सहकारी समिति पर ही अनिश्चितकाल पड़ाव डाला जाएगा।
ज्ञातव्य है कि 10 अक्टूबर 2019 को किसान महापंचायत राष्ट्रीय अध्यक्ष रामपाल जाट के नेतृत्व में राजस्थान सरकार का घेरा हुआ था तब प्रत्येक ग्राम सेवा सहकारी समिति को खरीद केंद्र बनने पर सहमति व्यक्त हुई थी । जिस पर सभी ग्राम सेवा सहकारी समितियां को सक्षम बनाने के लिए एक वर्ष का ग्रीस पीरियड मांगा गया था परंतु उसके चार वर्ष गुजर जाने के बाद भी किसानों को एक खरीद केंद्र खुलने के लिए आंदोलन करना पड़ रहा है।
जोधपुरिया की निवाई से 25 किलोमीटर दूरी होने से छोटे किसान तो एमएसपी खरीद केंद्र तक पहुंची नहीं पा रहे हैं।
जो किसान एसपी खरीद के अंदर तक पहुंच रहे हैं उन्हें भी तीन दिवस के अंदर अपना उत्पाद बेचना पड़ रहा है इससे प्रतीक किसान दो से ढाई हजार रुपए तक का अनावश्यक खर्च करना पड़ रहा है। सरकार द्वारा किसानों की आमदनी बढ़ाई जाने के किस्से तो बहुत सुने परंतु धरातल पर कार्य नजर नहीं आ रहे हैं। जिला कलेक्टर भी नाउसों में शिथिलता रखते हुए खरीद खोलने के प्रस्ताव राजफैड को भेजें तों सभी जगहों के केंद्र खुल सकेंगे।
मडी सचिव के भ्रष्ट आचरण एवं कागजों में ऐर-फेर क़ृषि उपज मंडी समिति निवाई खरीफ की मूंगफली तुलाई में भ्रष्टाचार की सीमाओं को भी पार कर दिया। 500 रूपये में गेट पास मिल जाता मंडी समिति में व्यापारियों की दुकानों की मूंगफली ख़रीद केन्द्र पर तुल जातीं। इससे मंडी टैक्स की चौरी हुई जिसकी जानकारी मंडी सचिव को थी यदि एम एस पी खरीद केंद्र एवं मंडी समिति में मूंगफली आवक एवं मंडी परिसर से बाहर की गणना प्रतिदिन की करें तों लाख रुपए के टैक्स चोरी पकड़ में आ जायेंगी।
उपस्थित ग्रामीणों में लालराम गुर्जर, सुरज करण गुर्जर, पूर्व सरपंच भंवर लाल गुर्जर,देवालाल मैमबर , रामस्वरूप,छीतर बैरवा, हंसराज, बद्री केजरीवाल, लक्ष्मण बड़ाना, कालुराम बैरवा, प्रहलाद बागड़ी, धन्ना लाल बैरवा,मोहन भौफा, मिठ्ठू लाल आदि।