पीते हैं सब शराब लेकिन छुप छुप कर...
अमेरिकन सिंगर और एक्टर बियोन्से ने अपने दादा के नाम पर एक शराब का ब्रांड ही लांच कर दिया सर डेविस जिसके बारे में वो डंके की चोट पर कहती है कि ये उनके दादा के प्रति श्रंदधांजलि है लेकिन भारत में व्हिस्की पीने का नाम भी ले ले तो बहुत से लोग बगलें झांकने लगेंगे .. ऐसा नहीं है कि वो पीते नहीं बस उसको जीते नहीं .. भारत में अगर सर्वे किया जाये तो पीने वालों में आधे ऐसे मिलेंगे जो छुपकर पीते होंगे या यूं मुकर जायेंगे कि जैसे उन्होने शराब को होंठों पर क्या बोतल को हाथ तक नहीं लगाया.
अपने आसपास नजर डालिये आपको ऐसे बहुत से लोग मिल जायेंगे जो पियेंगे और छुपकर तो जरुर पियेंगे लेकिन ये कहना भी नहीं भूलेंगे कि मैने तो पीना छोड दिया बस यूं ही साथ दे रहा हूं .एक पुराना शेर है ..
उसने छुड़ाई थी शराब अपनी कसम देकर
यारों ने फिर पिला दी शराब अब उसकी कसम देकर …
पीने की चाहत रखने वाले और छुपाने वालों के बहाने और अदायें बहुत ही मजेदार होती है .. ध्यान से आप देखेंगे तो आप समझ जायेंगे कि हिप्पोक्रेसी की भी हद होती है. बहुत से लोग कहेंगे वो पीते तो है लेकिन बस चंद यारों के साथ ही दुनिया में किसी को पता नही कि वो पीते हैं. ये अलग बात है कि ऐसे करते करते उनके पीने के बहुत से ग्रुप होते हैं और वो हर ग्रुप को यही कहते हैं कि वो सिर्फ उनके साथ ही पीते हैं.
दूसरा मैं तो बस एक पैग पीता हूं ..पीने वाले जानते हैं कि एक पैग तो बस दिखावा होता है सुरुर तो दूसरे के बाद ही आता है. कई लोग मुंह बिचकाते हैं पहले ही पैग में बस बस मैं नही पीता कहेंगे और जल्दी से पैग खत्म करके रख देंगे ..उसके बाद जब दूसरा डालेगा तब भी बस यही कहेंगे नहीं यार मैं नहीं पीता चलो कोई बात नहीं. इतना ही नहीं कुछ लोग पीने और चढने का नाटक भी करते हैं वो पीते हैं और फिर ये भी देखते है कि कौन क्या बोल रहा है और फिर मौका मिलते है बताते है कि उस दिन क्या बोला था .. जबकि उनके साथ पीने वाले चार यार तो पीते समय सोचते ही नहीं कि क्या बोल रहे हैं..
बहरहाल आप इस पोस्ट के साथ बियान्से के अपने ब्रांड सर डेविस पर लिखी गयी पोस्ट पढ़ें और धीर धीरे व्हिस्की का आनंद लें ..
अफ़्रीकन-अमेरिकन सिंगर बियोन्से नोल्स कई व्यवसायों में संलग्न है। इन व्यवसायों में एक है, उनका अपना बनाया व्हिस्की ब्रांड : सर डेविस। इस ब्रांड का नाम बियोन्से ने अपने परदादा डेविस हॉग के नाम पर रखा है। इसकी बोतल का आकार अनोखा है और इस पर एक सुनहरी घोड़े की तस्वीर है। इंस्टा पर शेयर किए इसके फोटो का उन्होंने कैप्शन दिया है- डेविस इन माय बोन्स।
बियोन्से कहती हैं – व्हिस्की पीने का पहला दिन मैं कभी नहीं भूलूंगी। पहला घूंट चखा तो लगा, मुझे यह पहले कभी क्यों नहीं मिली! यह कितनी सुरीली बातें करती है। अहा! क्या तो रात थी, और क्या बातें। और इसने मुझे सलीक़ा सिखाया कि इसे जल्द ख़त्म नहीं किया जाना चाहिए।
मैं धीरे-धीरे चख रही थी। दो घूंट के बीच का वह अलौकिक अंतराल।
मुझे व्हिस्की से जुड़ी हर चीज़ पसंद है। इसका वह सुनहरी रंग, इसकी गंध। और जिस तरह से यह कांच के पीछे नायाब नृत्य करती है… कमाल! और मुझे इसके पीछे-पीछे बिना आहट किए, आहिस्ता आती कहानियां पसंद हैं।
यह मुझे अनजान रास्तों से कहां-कहां सैर कराती है।
चखे का ऐसा चस्का कि बता नहीं सकती।
बाद में मैंने जापानी विंटेज व्हिस्की पीना शुरू किया। और इसने मेरे लिए एक पूरी नई दुनिया खोल दी।
यह गर्म और ताक़तवर है। इसे सही मात्रा में लेना एक चैलेंज। मैं इसे जल्द ख़त्म नहीं कर सकती। यह एक कमिटमेंट है। यह मुझमें धैर्य जगाती है। इसकी यह ख़ूबी मुझे पसंद है।
हर बोतल का आकार हसीन, स्वाद अनूठा। हर बोतल के क़िस्से कमाल, इतिहास गौरवशाली।
हमारी व्हिस्की के भी किस्से हैं, गौरवशाली इतिहास है।
मैं उन लोगों को इसे पिलाना चाहती हूं जो अब तक नहीं जानते कि यह क्या चीज़ है! मुझे लगता है, बहुत सी स्त्रियों को व्हिस्की की सुंदर दुनिया के बारे मे सही ढंग से बताया ही नहीं गया। वे जानेंगी तो इसका असल मज़ा ले सकेंगी।
व्हिस्की सिर्फ स्मोकी बार में बूढ़े लोगों के लिए ही नहीं है। यह उन लोगों के लिए है जो रहस्य को जानते हैं। जो गहराई में उतरने की ख्वाहिश रखते हैं। जिन्हें जटिलता में विश्वास है।
अनाज उगाने से लेकर बैरल बनाने तक का श्रम और हुनर और एकाग्रता। यह प्रेम करने का एक ढंग है। हर बारीक से बारीक बात का ख़याल रखना। इसके हरेक अनुष्ठान की मैं क़द्र करती हूं।
व्हिस्की तैयार करना एक कला है। मैं इसे गहरे सम्मान की नज़र से देखती हूं।
महान विली नेल्सन कहते हैं-‘ कभी कभी आप यह नहीं जानते की आप को क्या पसंद है, जब तक कि आपको किसी चीज़ से असल परिचय ना करा दिया जाए।‘
मैं एक नई व्हिस्की से आपका परिचय कराना चाहती हूं।
तो सभी व्हिस्की प्रेमियों का स्वागत है!
यह विडंबनापूर्ण और दुर्भाग्यपूर्ण है कि मुझे अपने परदादा की कहानी जानने से पहले ही पता था कि मैं एक व्हिस्की ब्रांड बनाना चाहती हूं। मेरे इतिहास की खोज अत्यंत प्रेरणादायक और प्रेरक रही। हमारी व्हिस्की की विरासत 200 साल से भी अधिक पुरानी है। 1800 में अलबामा में एक काले आदमी (मेरे परदादा) के समय से चली आ रही यह एक परंपरा है। उन्हें तब कभी भी मुख्यधारा की व्हिस्की बनाने का मौक़ा नहीं मिला था। बने बनाए और रूढ़ ढांचे में इसकी अनुमति नहीं थी। लेकिन मेरे परदादा ने अपने हाथों यह बीज बोया था। हम उनका बहुत सम्मान करते हैं। (जब अमेरिका में शराबबंदी थी, तब बियोन्से के परदादा पेड़ों की छाल उखाड़कर उनमें अपनी बनाई शराब छिपा दिया करते थे ताकि दोस्तों के साथ उसका आनंद ले सकें।)
यह व्यवसाय से कहीं अधिक एक विरासत है, एक परंपरा।