नई दिल्ली: केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) ने कर चोरी के खिलाफ अपनी मुहिम को और तेज कर दिया है। खबरों के अनुसार, लगभग 40,000 करदाताओं को उनके द्वारा किए गए विभिन्न कटौतियों के लिए जांच के दायरे में लिया गया है। आयकर विभाग यह पता लगाने की कोशिश कर रहा है कि कहीं इन कटौतियों में कोई गड़बड़ी तो नहीं है।
बिजनेस स्टैंडर्ड की एक रिपोर्ट के अनुसार, सीबीडीटी अब टीडीएस (टैक्स डिडक्टेड एट सोर्स) में गड़बड़ी करने वालों पर भी शिकंजा कसने की तैयारी में है। सूत्रों के मुताबिक, टीडीएस रिटर्न फाइलिंग में अनियमितताएं पाई गई हैं, जिसके चलते इन डिफ़ॉल्टर्स के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा सकती है।
आयकर विभाग का यह कदम टैक्स चोरी रोकने और कर अनुपालन को बढ़ावा देने के प्रयासों का हिस्सा है। हाल ही में पेश किए गए बजट में भी वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने टैक्स व्यवस्था को और अधिक पारदर्शी बनाने की बात कही थी। इस दिशा में सीबीडीटी के ये कदम महत्वपूर्ण माने जा रहे हैं।
विशेषज्ञों का मानना है कि इस तरह की सख्ती से ईमानदार करदाताओं को कोई परेशानी नहीं होगी, लेकिन जो लोग टैक्स चोरी करते हैं, उनके लिए मुश्किलें बढ़ सकती हैं। सीबीडीटी की इस कार्रवाई से कर राजस्व में भी वृद्धि होने की संभावना है।