नई दिल्ली, 11 मार्च 2025: जाने-माने निवेश विशेषज्ञ बंसत बाहेती ने हाल ही में अपने 38 साल के शेयर बाजार अनुभव के आधार पर लंबी अवधि के निवेश के लिए कुछ महत्वपूर्ण सलाह साझा की है, जो निवेशकों के लिए एक मार्गदर्शक साबित हो सकती है। अपने नवीनतम पोस्ट में, बाहेती ने शेयर बाजार में सफलता के लिए नौ बुनियादी सिद्धांतों का उल्लेख किया है, जो मंदी के समय में निवेश करने, मल्टीबैगर शेयर्स को होल्ड करने, और गलत सलाह से बचने पर केंद्रित हैं।
बाहेती का पहला सुझाव है, “अच्छे मैनेजमेंट वाली अच्छी कंपनी के बुरे समय में निवेश करें और इंतजार करें कि इसका अच्छा समय आएगा।” वे सलाह देते हैं कि कम से कम 26 सप्ताह तक वीकली बाइंग करने से शेयर के बॉटम की चिंता करने की जरूरत नहीं पड़ेगी। इसके अलावा, वे कहते हैं कि मल्टीबैगर शेयर्स तो हर किसी के पास आते हैं, लेकिन उन्हें टिकाए रखना मुश्किल होता है। उनका फार्मूला है कि शेयर्स 100% बढ़ने पर आधे बेच दें और बचे हुए शेयर्स को कम से कम 10 साल तक होल्ड करें, ताकि वे लंबी अवधि में मल्टीबैगर बन सकें।
बाहेती ने ऐतिहासिक उदाहरणों का भी हवाला दिया, जैसे कि 9/11 के बाद टाइटन कंपनी का शेयर 32 रुपये तक गिर गया था, जो आज 80,000 रुपये तक पहुंच गया है। वे कहते हैं, “मार्केट क्रैश के दौरान हमेशा ये सोचें कि दुनिया खत्म नहीं हो रही है।” इसके अलावा, वे सलाह देते हैं कि किसी भी आईपीओ में लिस्टिंग के समय निवेश न करें, बल्कि कम से कम 3 से 5 साल इंतजार करें, क्योंकि लिस्टिंग के समय शेयर्स की वैल्यू अक्सर फर्जी होती है।
वे यह भी चेतावनी देते हैं कि सोशल मीडिया या बिजनेस चैनलों पर शेयर्स खरीदने-बेचने की सलाह देने वालों पर भरोसा न करें। इसके बजाय, वे अनुभवी निवेशकों जैसे रमेश दमानी, मनीष चोखानी, और रिदम देसाई के इंटरव्यू देखने और स्वयं रिसर्च करने की सलाह देते हैं। बाहेती का कहना है कि ब्रोकर्स की सलाह पर भी भरोसा न करें, क्योंकि वे अक्सर फास्ट ट्रेडिंग या मार्जिन ट्रेडिंग पर जोर देते हैं, जो लंबी अवधि में नुकसानदायक हो सकता है।
अपने निवेश पोर्टफोलियो को डायवर्सिफाई करने के लिए, बाहेती सुझाव देते हैं कि निवेश का 15% सोने में वीकली एसआईपी के माध्यम से लगाया जाए, जो मंदी के समय एक इंश्योरेंस की तरह काम कर सकता है। वे यह भी जोर देते हैं कि जो कंपनियां कॉन्फ्रेंस कॉल या त्रैमासिक रिजल्ट्स प्रकाशित नहीं करतीं, उनमें निवेश करने से बचें, क्योंकि लंबी अवधि के निवेशक को कंपनी की प्रगति पर नजर रखनी चाहिए।
बाहेती के ये सुझाव सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं, और कई निवेशकों ने उनकी सलाह को जीवन बदलने वाला बताया है। एक यूजर ने टिप्पणी की, “बंसत जी की इस पोस्ट ने मेरे निवेश के तरीके को पूरी तरह बदल दिया। वे सच में एक रोल मॉडल हैं।”
संबंधित लिंक:
बंसत बाहेती के बारे में और जानें: www.elearnmarkets.com/basant-baheti
(यहां बाहेती के 36 साल के अनुभव और लंबी अवधि के धन सृजन के लिए उनकी रणनीतियों के बारे में जानकारी उपलब्ध है।)
टाइटन कंपनी के शेयर मूल्य इतिहास: www.investing.com/titan-company-stock
(टाइटन कंपनी के शेयर कीमतों का ऐतिहासिक डेटा, जो बाहेती के उदाहरणों को समझने में मदद करता है।)
भारत में लंबी अवधि के सर्वश्रेष्ठ शेयर 2025: www.smallcase.com/long-term-stocks-india
(लंबी अवधि के निवेश के लिए शेयरों की पहचान करने और रणनीतियों पर टिप्स।)
रमेश दमानी के निवेश सिद्धांत: www.youtube.com/ramesh-damani-interview
(बाहेती द्वारा सुझाए गए अनुभवी निवेशक रमेश दमानी के साक्षात्कार, जो लंबी अवधि के निवेश पर प्रकाश डालते हैं।)
बंसत बाहेती की सलाह न केवल नए निवेशकों के लिए, बल्कि अनुभवी निवेशकों के लिए भी प्रेरणादायक है, जो शेयर बाजार में स्थिर और लाभकारी रिटर्न की तलाश में हैं। उनकी रणनीतियां धैर्य, अनुसंधान, और लंबी अवधि के दृष्टिकोण पर जोर देती हैं, जो वर्तमान अस्थिर बाजार में सफलता की कुंजी हो सकती हैं